In this post, we have shared Best Gulzar Shayari in Hindi which you can read and copy and share with your heart’s love. Gulzar sahib writes thousands of beautiful ghazals, Shayari, letters, and poems in Hindi and Urdu. His words touch everyone’s heart. Here we have shared for you Gulzar’s new sad poetry and heart-touching poetry, as well as the best filmmakers and lyricists.
गुलज़ार साहब हिन्दी और उर्दू में हज़ारों ख़ूबसूरत ग़ज़लें, शायरी, ख़त और कविताएँ लिखते हैं। उनकी बातें हर किसी के दिल को छू जाती हैं। जो आपको बहुत पसंद आएँगी।
Gulzar Shayari
जब भी आंखों में अश्क भर आए
लोग कुछ डूबते नजर आए
चांद जितने भी गुम हुए शब के
सब के इल्ज़ाम मेरे सर आए..!
इश्क़ की तलाश में
क्यों निकलते हो तुम,
इश्क़ खुद तलाश लेता है
जिसे बर्बाद करना होता है।
कुछ पल की खुशी दे कर
Zindagi रुलाती क्यूं है जो
लकीरों में नहीं होता kismat उन
से मिलाती क्यूं है.!!
तुझ से बिछड़ कर
कब ये हुआ कि मर गए,
तेरे दिन भी गुजर गए
और मेरे दिन भी गुजर गए.
मुझे छोड़कर वो खुश है
तो शिकायत कैसी
अब मैं उसे खुश भी ना देखूं
तो मोहब्बत कैसी।
आऊं तो सुबह,
जाऊं तो मेरा नाम शबा लिखना,
बर्फ पड़े तो
बर्फ पे मेरा नाम दुआ लिखना
तू हज़ार बार रूठे तो
मनालू तुझे
मागर देख मोहब्बत मे शामिल
कोई दूसरा ना हो।
वो शख़्स जो कभी
मेरा था ही नही,
उसने मुझे किसी और का भी
नही होने दिया.
रूठने का मज़ा भी तब है
जब प्यार से कोई
मनाने वाला हो।
सालों बाद मिले वो
गले लगाकर रोने लगे,
जाते वक्त जिसने कहा था
तुम्हारे जैसे हज़ार मिलेंगे.
उम्र गुजर गई पर कोई
तुम सा नहीं मिला,
लोग यू ही कहते है की
खोजने से खुदा भी मिलता है.!
जब भी आंखों में अश्क भर आए
लोग कुछ डूबते नजर आए
चांद जितने भी गुम हुए शब के
सब के इल्ज़ाम मेरे सर आए
सबको खुश रखने वाला
इंसान देखा है,
मैंने अपने पापा में
भगवान देखा है.
जिन दिनों आप रहते थे,
आंख में धूप रहती थी
अब तो जाले ही जाले हैं,
ये भी जाने ही वाले हैं.
किस्मत में ही नहीं था
तेरा साथ वरना,
मांगा तो मैंने तुझे हर
मंदिर मस्ज़िद गुरुद्वारे पर था.!!
जबसे तुम्हारे नाम की
मिसरी होंठ लगाई है
मीठा सा गम है,
और मीठी सी तन्हाई है.
बेवजह नहीं रोता कोई
इश्क में साहब
खुद से बढ़कर जिसे चाहो
वो रूलाता ज़रूर हैं.!
वक्त कटता भी नही
वक्त रुकता भी नही
दिल है सजदे में मगर
इश्क झुकता भी नही
हर चीज़ बदलती हुई
अच्छी लगती हैं
लेकिन दोस्त पुराने ही
अच्छे लगते हैं।
मोहब्बत और मौत की
पसंद तो देखो,
एक को दिल चाहिए और
दूसरे को धड़कन.।
Gulzar Shayari in Hindi
तुझ से बिछड़ कर
कब ये हुआ कि मर गए,
तेरे दिन भी गुजर गए
और मेरे दिन भी गुजर गए.!
होती नही ये मगर
हो जाये ऐसा अगर
तू ही नज़र आए तू
जब भी उठे ये नज़र
मुझे मालूम था कि वो
मेरा हो नही सकता,
मगर देखो मुझे फिर भी
मोहब्बत हो गई उससे..
मेरा ख्याल है अभी, झुकी हुई निगाह में
खिली हुई हँसी भी है, दबी हुई सी चाह में
मैं जानता हूं, मेरा नाम गुनगुना रही है वो
यही ख्याल है मुझे, के साथ आ रही है वो
हम समझदार इतने कि
उनका झूठ पकड़ लेते हैं,
और उनके दीवाने भी इतने कि
फिर भी यकीन कर लेते हैं.
तुम्हें जिंदगी के उजाले मुबारक
अंधेरे हमें आज रास आ गए हैं
तुम्हें पा के हम खुद से दूर हो गए थे
तुम्हें छोड़कर अपने पास आ गए हैं
जो बीत गया है वो अब दौर न आएगा,
इस दिल में सिवा तेरे कोई और न आएगा,
घर फूंक दिया हमने, अब राख उठानी है,
जिंदगी और कुछ नही, तेरी मेरी कहानी है।
उतर रही हो या
चढ़ रही हो ?
क्या मेरी मुश्किलों को
पढ़ रही हो ?
दर्द भी वही देते हैं
जिन्हें हक दिया जाता है,
वरना गैर तो धक्का लगने पर
भी माफी मांग लिया करते हैं।
सुरमे से लिखे तेरे वादे
आँखों की जबानी आते हैं
मेरे रुमालों पे लब तेरे
बाँध के निशानी जाते हैं
आइने के सामने खड़े होकर
खुद से ही माफी मांग ली मैंने,
सबसे ज्यादा अपना ही दिल दुखाया है
औरों को खुश करते करते..
तेरे इश्क़ में तू क्या जाने
कितने ख्वाब पिरोता हूं
एक सदी तक जागता हूं मैं
एक सदी तक सोता हूं
गुस्सा भी क्या करूं तुम पर
तुम हंसते हुए बेहद अच्छे लगते हो !
गुल पोश कभी इतराये कहीं
महके तो नज़र आ जाये कहीं
तावीज़ बनाके पहनूं उसे
आयत की तरह मिल जाये कहीं
किसी ने मुझसे पूछा की दर्द की की
मत क्या है ?
मैंने कहा, मुझे नही पता
मुझे लोग फ्री में दे जाते हैं !
पता चल गया है के मंज़िल कहां है
चलो दिल के लंबे सफ़र पे चलेंगे
सफ़र ख़त्म कर देंगे हम तो वहीं पर
जहाँ तक तुम्हारे कदम ले चलेंगे
उनकी ना थी कोई खता
हम ही गलत समझ बैठे
वो मोहब्बत से बात करते थे
हम मोहब्बत समझ बैठे !
उम्मीद तो नही
फिर भी उम्मीद हो
कोई तो इस तरह
आशिक़ शहीद हो
Beautiful Gulzar Shayari lyrics
तुझसे बिछड़ कर
इतनी तकलीफ नहीं हुई
किसी और का हो
गए हो जितनी ये जान कर हुई..!
गलती से भी कभी
ये भूल मत करना
बस शक्ल देख कर
किसी को कुबूल मत करना.।
जिंदगी में दो ही लोग
रूलाते हैं
एक अपने और दूसरे
बहुत ज्यादा अपने..!
वह जो कहता है
खुश रहा करो,
उसको कहो फिर मेरे
साथ रहा करो।
ये इश्क मुहब्बत की
रिवायत भी अजीब है
पाया नहीं है जिसको
उसे खोना भी नहीं चाहते.!
किसी ने मुझसे कहा
कि तुम बहुत अच्छे हो,
मैंने भी उससे कहा
बस यही तो खराबी है.
प्यार की जरूरत थी
और इतनी थी
कि घंटों तक उसके
रिप्लाई का इंतजार किया है.।
ऐसे रिश्ते का क्या फायदा
जिसमें बातें कम और रिप्लाई
का Wait ज्यादा हो..!
अगर पहला प्यार सच्चा था तो
दूसरा हुआ क्यों,
और अगर दूसरा प्यार सच्चा है
तो पहला याद क्यों है।
चार साल मोहबत करने के बाद
उसे याद आया कि
घरवाले बहुत सख़त हैं
मानेंगे नहीं.।
Famous Gulzar Shayari Zindagi
तेरी आदत सी हो गई थी
वरना मालूम तो हमें भी था
की तू नसीब में नहीं.
किसी ने मुझसे कहा
कि तुम बहुत अच्छे हो,
मैंने भी उससे कहा
बस यही तो खराबी है.
मिलने की उम्मीद तो
नहीं है तुझ से
लेकिन कैसे कह दूं
के इंतजार भी नहीं.।
Ignore करने वाला क्या जाने
किसी ने कितनी उम्मीद से
Message किया होगा.!
कहा था न साहब
इश्क में बर्बाद हो जाओगे
मैं से हम, हम से तुम,
कौन हो जाओगे.!
तुमसे प्यार पाने की उम्मीद
कभी नही की मैने
बस बातें रोज होती रहे
इतना ही काफी है.!
हमने भी एक
ऐसे इंसान को चाहा,
जिसे भूलना हमारे बस में नहीं
और पाना किस्मत में नहीं.
मेरी पसंद हमेशा
लाजवाब होती है,
यकीन ना हो तो एक नजर
आयने की तरफ भी कर लेना…
अच्छा नहीं लगता बार बार
किसी को अपनी याद दिलाने
अगर अहमियत होगी तो लोग
खुद याद कर लेंगे.!
बहुत मुश्किल से करता हूँ,
तेरी यादों का कारोबार
मुनाफा कम है,
पर गुज़ारा हो ही जाता है..
4 Line Gulzar Shayari in Hindi
वो जो तुम गुस्से में
कुछ बोल गए थे,
वो याद करके दिल
आज भी दुखता है.
कैसे साबित करूं कि तुम
याद बहुत आते हो
एहसास तुम समझते नहीं
और अदाएं हमें आती नहीं.
मैं खुद हैरान हूं कि तुझसे इतनी
मोहब्बत क्यों है मुझे
जब भी प्यार शब्द आता है
चेहरा तेरा ही याद आता है।
मेरे घाव पर कुछ
ऐसे नमक लगाती है वो
इश्क की बात करके
दोस्त बुलाती है वो।
रूठ जाने के बाद कसूर चाहे
किसी का भी हो बात शुरू
वहीं करता है जो बेहद प्रेम
करता है. !!
सुबह उठकर तुम्हारा
मैसेज देखना,
रेगिस्तान में पानी देखने
जितनी खुशी देता है.
कभी कभी हम गलत नहीं होते
लेकिन हमारे पास वो वक्त और
शब्द ही नहीं होते जो हमें सही
साबित कर सके. !!
नाराज़ होकर भी
नाराज़ नहीं होते थे,
ऐसी मोहब्बत करते
थे तुमसे…
मैंने दबी आवाज में पूछा
मोहब्बत करने लगी हो हो,
वह नजरें झुका कर बोली बहुत.!
कभी इसका दिल रखा
कभी उसका दिल रखा
इस कशमकश में भूल गए
खुद का दिल कहां रखा.।
Gulzar Shayari on Mohabbat
कभी कभी बहुत सताता है
यह सवाल मुझे कि
हम मिले ही क्यूं थे जब हमें
मिलना ही नही था.!
दो चार girlfriend बनाना
टैलेंट नहीं हैं बल्कि
एक ही लड़की को उम्र भर
चाहना ही असली टैलेंट हैं.।
वह जो औरों को बतानी है
जीने के तरीके खुद अपनी मुट्ठी
मेँ मेरी जान लिए बैठी है.!
ज़िंदगी में टेंशन
ऐसे पीछे पड़ी हैं
जैसे उसका पहला प्यार
मैं ही हूं.
काश कोई हमें भी
ऐसा चाहे
जैसे कोई तकलीफ में
सुकून चाहता है.!
मुझें आज भी याद हैं,
तुम्हारा वो मुझसे पहली
बार बात करना.
दुनिया का सबसे खूबसूरत
दिन था वो मेरे लिए
जब मुझे पता चला कि
तुम मुझसे प्यार करते हो.!
रात भर जागते हैं
एक शख्स के खातिर
जिसको दिन के उजाले में भी
मेरी याद नहीं आती.!!
दिल के रिश्ते हमेशा
किस्मत से ही बनते हैं,
वरना मुलाकात तो रोज
हजारों से होती है.
ज़िन्दगी और जुबां
तब तक शांत रहती हैं
जब तक सब कुछ
बेहतर रहता है
Hindi Gulzar Shayari on Life
आप सामने हो और
हम हद में रहे
मोहबत में कोई इतना भी
शरीफ नहीं होता।
मोहब्बत है तुमसे शायद
इसलिए खूबसूरत लगते हो
खूबसूरत हो इसलिए
मोहब्बत नहीं है.!
हम तो समझे थे कि हम
भूल गए हैं उनको,
क्या हुआ आज ये किस
बात पे रोना आया..!
अजीब सी दुनिया है यह साहब
यहां लोग मिलते कम
एक दूसरे में झांकते ज्यादा है.।
इंतज़ार हैं मुझे ज़िंदगी
के आखिरी पन्ने का
सुना है अंत में सब कुछ
ठीक हो जाता हैं.।
फिक्र इस बात की है मुझे
कि तुम्हारे हाथ
किसी गलत हाथ में ना पड़े.
मेरी लिखी बात को
हर कोई समझ नहीं पाता
क्योंकि मैं एहसास लिखता हूँ
और लोग अल्फाज पढ़ते है।
हमें क्या पता था
प्यार हो जायेगा हमें
तो तेरा मुस्कुराना
अच्छा लगा था.!
बदल दिए है अब
हमने नाराज होने के तरीके,
रूठने के बजाय बस हल्के से
मुस्कुरा देते है.!
यही तो ज़माने का उसूल है
जरुरत हो तो खुदा
बरना बंदा फ़िज़ूल है।
Sad Love Gulzar Quotes
अक्सर दिखावे का प्यार ही
शोर करता है
सच्ची मोहब्बत तो इशारों में
ही सिमट जाती है.!
कभी-कभी तन्हाई भी
बहुत सुकून देती है,
जब हमारे पास खोने को
कुछ नहीं होता,
रहने दे उधार
एक मुलाकात यूँ ही
सुना हैं उधार वालों को
लोग भुलाया नहीं करते..!
नायाब होते हैं वो मर्द
जो गुस्से में भी
औरत से बात करने की
तमीज नहीं भूलते।
ना तो अनपढ़ रहे
ना काबिल हुए हम
खामखा ऐ इश्क तेरे
स्कूल में दाखिल हुए हम।
जिन्दगी की राहों मे
ये होता है
दिल मे कोई और तो
हमसफ़र कोई और होता है।
मिजाज में थोड़ी सख्ती
लाजमी हैं साहब
लोग पी जाते अगर
समंदर खारा ना होता.।
हर मुहब्बत कामयाब हो
ये जरूरी तो नहीं
आखिर मिसाले तो
अधूरे इश्क की ही दी जाती है.!
मत पूछो कैसे गुज़रता है
हर पल तुम्हारे बिना
कभी बात करने की हसरत
तो कभी देखने की तमन्ना।
ज़रा ज़रा सी बात पर
तकरार करने लगे हो
लगता है मुझसे
बेइन्तेहा प्यार करने लगे हो..!
Gulzar Shayari Text & Images
प्यार छोड़ो तुम सुना मेरे दोस्त
ही बने रहो है
प्यार मुकर जाता है
लेकिन यार नहीं।
मतलबी लोगों को
अपने मोबाइल से ही नहीं
अपनी जिंदगी से भी
डिलीट कर दो..!
पहले बारिश होती थी
तो याद आते थे,
अब याद आते हो
तो बारिश होती है
मोहब्बत करने वालो की
कमी नहीं इस दुनिया में,
अकाल पड़ा है तो
मोहब्बत निभाने वालो का..!
अगली मुलाकात के लिए
हम दोनों को जरूरत होगी
मुझे थोड़ी हिम्मत की
और तुम्हें थोड़ी फुर्सत की।
हम समझदार भी इतने हैं कि
उनका झूठ पकड़ लेते हैं
और उनके दीवाने भी इतने हैं कि
फिर भी यकीन कर लेते है।
लिख कर लाया था
कोरे कागज़ पर परेशानिया
दोस्तों ने उसे पतंग बनाकर
उड़ाना सीखा दिया।
छोड़कर जाने वालों ने
इतना जरूर सिखा दिया
कि आने वालों पर भरोसा
जरा सोच समझ कर करना.!
पानी से भरी आँखे लेकर
वह मुझे घूरता ही रहा,
वह आईने में खड़ा शख्स
परेशान बहुत था।
सीखा दिया वक्त ने मुझे
अपनों पे भी शक करना,
वरना फितरत मेरी भी थी
गैरो पर भरोसा करने की।
इश्क़ की तलाश में
क्यों निकलते हो तुम,
इश्क़ खुद तलाश लेता है
जिसे बर्बाद करना होता है।
तुझसे बिछड़ कर
कब ये हुआ कि मर गए,
तेरे दिन भी गुजर गए
और मेरे दिन भी गुजर गए.
आऊं तो सुबह,
जाऊं तो मेरा नाम शबा लिखना,
बर्फ पड़े तो
बर्फ पे मेरा नाम दुआ लिखना
वो शख़्स जो कभी
मेरा था ही नही,
उसने मुझे किसी और का भी
नही होने दिया.
सालों बाद मिले वो
गले लगाकर रोने लगे,
जाते वक्त जिसने कहा था
तुम्हारे जैसे हज़ार मिलेंगे.
जब भी आंखों में अश्क भर आए
लोग कुछ डूबते नजर आए
चांद जितने भी गुम हुए शब के
सब के इल्ज़ाम मेरे सर आए
जिन दिनों आप रहते थे,
आंख में धूप रहती थी
अब तो जाले ही जाले हैं,
ये भी जाने ही वाले हैं.
जबसे तुम्हारे नाम की
मिसरी होंठ लगाई है
मीठा सा गम है,
और मीठी सी तन्हाई है.
वक्त कटता भी नही
वक्त रुकता भी नही
दिल है सजदे में मगर
इश्क झुकता भी नही
एक बार जब तुमको बरसते पानियों के पार देखा था
यूँ लगा था जैसे गुनगुनाता एक आबशार देखा था
तब से मेरी नींद में बसती रहती हो
बोलती बहुत हो और हँसती रहती हो..